मंदिर बनेगा धीरे धीरे: रामजी भजन (Ramji Ka Mandir Banega Dheere Dheere)

रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे

सरयू के तीरे, सरयू के तीरे

रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे

सरयू के तीरे, सरयू के तीरे


रज सभी विधाओं की आई अयोध्या

जल सारी नदियों से पहुँचा अयोध्या

चाँदी की हैं इंटें, नीव मे समाई

हीरे और मोती से पूजन है कराई

कलस पूजन होगा जन्मभूमि तीरे


रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे

सरयू के तीरे, सरयू के तीरे


ऊँचे ऊँचे शिखारों की कल्पना करी है

भव्य मंदिर की नीव पड़ी है

खुश हैं सभी साधु संत, नर-नारी

देश विदेश मे भी खुशियाँ हैं न्यारी

नाचेंगे गाएँगे भक्त धीरे धीरे


रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे

सरयू के तीरे, सरयू के तीरे

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राम के दुलारे, माता जानकी के प्यारे(Ram Ke Dulare, Mata Janki Ke Pyare)

जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम

कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि

दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

भोले ऐसी भांग पिला दे, जो तन मन में रम जाए (Bhole Aisi Bhang Pila De Jo Tan Man Me Ram Jaye)

शिव समान दाता नहीं,
है ये देवों के है देव,

हे शिव भोले भंडारी(Hey Shiv Bhole Bhandari)

हे शिव भोले भंडारी,
मैं आया शरण तिहारी,

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