शेरावाली का सच्चा दरबार है (Sherawali Ka Sacha Darbar Hai)

शेरावाली का सच्चा दरबार है,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

सच्चा दरबार है, भरते भंडार है,

शेरावाली का सच्चा दरबार हैं,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है ॥


पर्वत पे एक गुफा के अंदर,

मैया का है प्यारा मंदिर,

मैया का है प्यारा मंदिर,

सिंह सवारी कर के बैठी,

लगती मैया कितनी सुन्दर,

लगती मैया कितनी सुन्दर,

दर्शन करने को आता संसार है,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

शेरावाली का सच्चा दरबार हैं,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है ॥


तीन लोक की है महारानी,

ये जगदम्बा ये ही भवानी,

ये जगदम्बा ये ही भवानी,

बिगड़ी बनाने वाली माँ है,

बड़ी दयालु बड़ी है दानी,

मनचाहा सबको देती उपहार है,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

शेरावाली का सच्चा दरबार हैं,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है ॥


मैया के दर पे जो आए,

चरणों में जो शीश झुकाए,

चरणों में जो शीश झुकाए,

जय माता दी बोल बोल के,

‘सोनू’ जो जयकारे लगाए,

‘सोनू’ जो जयकारे लगाए,

उनका तो हो जाता बेड़ा पार है,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

शेरावाली का सच्चा दरबार हैं,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है ॥


शेरावाली का सच्चा दरबार है,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

सच्चा दरबार है, भरते भंडार है,

शेरावाली का सच्चा दरबार हैं,

यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है ॥

........................................................................................................
कार्तिक पूर्णिमा पर राशि योग

कार्तिक पूर्णिमा में व्रत और पूजा-पाठ बहुत ही शुभ होते हैं। इस वर्ष यह व्रत 15 नवंबर 2024 को है। कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि में विशेष पूजा करने और स्नान-दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी(Mere Shyam Dhani Ki Morchadi)

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी,
पल भर में जादू कर जाएगी,

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो (Kanak Bhawan Darwaje Pade Raho)

प्रभु श्रीसीतारामजी काटो कठिन कलेश
कनक भवन के द्वार पे परयो दीन राजेश

परीक्षा सफलता पूजा विधि

हिंदू संस्कृति में मनुष्य के जीवन के अलग अलग पड़ावों को संस्कारों के साथ पवित्र बनाया जाता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है विद्यारंभ संस्कार । यह संस्कार बच्चों के जीवन में शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने

संबंधित लेख