Shyam Teri Bansi Pukare Radha Naam (श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम - भजन)

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम

लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम


साँवरे की बंसी को बजने से काम

राधा का भी श्याम वोतो मीरा का भी श्याम


जमुना की लहरें बंसीबट की छैयां

किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया

श्याम का दीवाना तो सारा बृज धाम

॥ लोग करें मीरा को...॥


कौन जाने बाँसुरिया किसको बुलाए

जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाए

कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम


श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम

लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम

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जोगी भेष धरकर, नंदी पे चढ़कर (Jogi Bhesh Dharkar Nandi Pe Chadhkar)

जोगी भेष धरकर,
नंदी पे चढ़कर ॥

कोई लाख करे चतुरायी (Koi Lakh Kare Chaturayi)

कोई लाख करे चतुरायी,
करम का लेख मिटे ना रे भाई,

आज सोमवार है ये शिव का दरबार है (Aaj Somwar Hai Ye Shiv Ka Darbar Hai)

आज सोमवार है ये शिव का दरबार है,
भरा हुआ भंडार है,

रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं

रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह पर्व प्रतिवर्ष सावन माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन बहनें पूजा करके अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी सफलता एवं दीर्घायु की कामना करती हैं।

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