तेरी अंखिया हैं जादू भरी: भजन (Teri Akhiya Hai Jadu Bhari)

तेरी अंखिया हैं जादू भरी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥


सुनलो मेरे श्याम सलोना,

तुमने ही मुझ पर,

कर दिया टोना,

मेरी अंखियाँ तुम्ही से लड़ी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥


तेरी अंखिया हैं जादू भरी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥


तुम सा ठाकुर और ना पाया,

तुमसे ही मैंने नेह लगाया,

मैं तो तेरे ही द्वार पड़ी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥


तेरी अंखिया हैं जादू भरी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥


कृपा करो हरिदास के स्वामी,

बांके बिहारी अन्तर्यामी,

मेरी टूटे ना तुमसे लड़ी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥


तेरी अंखिया हैं जादू भरी,

बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥

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ढोलिडा ढोल रे वगाड़ (Dholida Dhol Re Vagad)

ढोलिडा ढोल रे वागाड़,
मारे हिंच लेवी छे,

छोटी-छोटी कन्याएं(Maa Choti Choti Kanyaen)

देखी तेरे दरबार माँ,
छोटी-छोटी कन्याएं ।

भूतनाथ अष्टकम्

शिव शिव शक्तिनाथं संहारं शं स्वरूपम्
नव नव नित्यनृत्यं ताण्डवं तं तन्नादम्

ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो - भजन (Om Mahakal Ke Kal Tum Ho Prabhu)

ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो,
गुण के आगार सत्यम् शिवम् सुंदरम्,

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