तेरी जय हो गणेश जी(Teri Jai Ho Ganesh Ji)

आन पधारो गणपत जी पूरण करदो सब काज,

विच सभा के बैठया मोरी पत रखदो महाराज,

गणपति बप्पा मोरिया मंगल मूर्ती मोरिया ॥


रिद्धि सिद्धि के मालक तुम हो,

सबके भाग्य विधाता तुम हो,

पहले होवे पूजा हमेश जी,

तेरी जय हो जय जय गणेश जी ॥


जो बांझन है संतान वो पाए,

तेरी दया से लाल खिलाये,

सबकी पूरी करते हमेश जी

अर्ज़ी पूरी करते हमेश जी,

तेरी जय हो जय जय गणेश जी ॥


चार भुजा मूषक की सवारी,

चरणी लगती है दुनिया सारी,

जग में सबसे प्रथम गणेश जी,

तेरी जय हो जय जय गणेश जी ॥

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ये मैया मेरी है, सबसे बोल देंगे हम (Ye Maiya Meri Hai Sabse Bol Denge Hum)

ये मैया मेरी है,
सबसे बोल देंगे हम,

रविवार के व्रत कथा (Ravivaar Ke Vrat Katha)

रविवार व्रत की पौराणिक कथा के अनुसार प्राचीन काल में एक बुढ़िया रहती थी। वह नियमित रूप से रविवार का व्रत करती।

अपने दरबार में तू बुलालें (Apne Darbar Mein Tu Bula Le)

महाकाल बाबा उज्जैन वाले,
जीवन मेरा तेरे हवाले,

राघवजी तुम्हें ऐसा किसने बनाया(Raghav Ji Tumhe Aisa Kisne Banaya)

ऐसा सुंदर स्वभाव कहाँ पाया,
राघवजी तुम्हें ऐसा किसने बनाया ।

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