नवीनतम लेख

आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी: भजन (Aaj Ashtami Ki Pooja Karwaongi)

आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी।

हे मैया हे मैया,

सदा हो तेरी जय मैया,

मन की मुरादे मैं पाऊँगी,

आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी ॥


छोटी छोटी कंजको को,

घर अपने बुलाऊंगी,

चरण धुलाऊं, तिलक लगाऊं,

चुनरी लाल उढ़ाऊंगी,

हे मैया हे मैया,

पार लगा मेरी नैया,

महिमा सदा मै तेरी गाऊँगी,

आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी ॥


अष्टमी का दिन तो होता है,

मुरादे पाने का,

खोल के रखती द्वारा मैया,

ममता भरे खजाने का,

हे मैया हे मैया,

मै भी टलुंगी ना मैया,

झोली अपनी मैं भरवाउंगी,

आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी ॥


अष्ट भुजाओ वाली माता,

अष्ट सिद्धियो का वर दे,

सत्य डगर पे चलने को,

जीवन मेरा सुन्दर कर दे,

हे मैया हे मैया,

पार लगा मेरी नैया,

महिमा सदा मै तेरी गाऊँगी,

आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी ॥


वो है किस्मत वाले जिनको,

प्यार तेरा मिल जाता है,

उसका हो कल्याण तेरे,

मन को जो भा जाता है,

हे मैया हे मैया,

मेरी खबर भी ले मैया,

तेरा उपकार ना भुलाउंगी,

आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी ॥


आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी।

हे मैया हे मैया,

सदा हो तेरी जय मैया,

मन की मुरादे मैं पाऊँगी,

आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी,

ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी ॥

रंग पंचमी कैसे मनाई जाती है

रंग पंचमी भारत का एक प्रमुख रंगीन त्योहार है, जो होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है। इसे भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की होली से जोड़कर देखा जाता है।

करवा चौथ व्रत कथा

सुहागिन महिलाओं और अविवाहित लड़कियों के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण है। यह व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।

नन्द बाबा के अंगना देखो बज रही आज बधाई(Nand Baba Ke Angana Dekho Baj Rahi Aaj Badhai)

नन्द बाबा के अंगना देखो,
बज रही आज बधाई,

तेरा बालाजी सरकार, बाजे डंका मेहंदीपुर में(Tera Balaji Sarkar Baje Danka Mehndipur Mein)

तेरा बालाजी सरकार,
बाजे डंका मेहंदीपुर में,

यह भी जाने