नवीनतम लेख

है हारें का सहारा श्याम (Hai Haare Ka Sahara Shyam)

है हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू ॥


दोहा – कलयुग के सच्चे देव तुम्ही,

साँचा तेरा दरबार,

भक्तों का बेड़ा पार करे,

मेरा श्याम धणी सरकार ॥


है हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू,

है तीन बाण धारी,

है तीन बाण धारी,

लीले सवार तू,

हैं हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू ॥


पांडवो के कुल में तुमने,

जन्म ले लिया,

श्री कृष्णा को शीश का,

दान दे दिया,

वीर बर्बरीक बना श्री श्याम,

तू सरकार है,

हैं हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू,

है तीन बाण धारी,

है तीन बाण धारी,

लीले सवार तू ॥


अहिलवती के लाल तूने,

कमाल कर दिया,

जो भी शरण में आया,

मालामाल कर दिया,

हारे का तू सहारा,

सुनता पुकार है,

हैं हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू,

है तीन बाण धारी,

है तीन बाण धारी,

लीले सवार तू ॥


घर घर में तेरी चर्चा,

तेरी ऊंची शान है,

कलयुग में खाटू वाला,

जग में महान है,

दिल में बिठाके ‘दिलबर’,

को निहारता रहूं,

हैं हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू,

है तीन बाण धारी,

है तीन बाण धारी,

लीले सवार तू ॥


है हारें का सहारा श्याम,

लखदातार है तू,

है तीन बाण धारी,

है तीन बाण धारी,

लीले सवार तू,

हैं हारे का सहारा श्याम,

लखदातार है तू ॥

महातारा जयंती की कथा

हिंदू धर्म में दस महाविद्याओं का विशेष स्थान है, जिनमें से एक देवी महातारा हैं। उन्हें शक्ति, ज्ञान और विनाश की देवी माना जाता है। देवी महातारा का स्वरूप गहरे नीले रंग का होता है, उनकी चार भुजाएं होती हैं और वे त्रिनेत्री हैं।

अन्नपूर्णा जयंती पर बन रहा ये दुर्लभ योग

वैदिक पंचांग के अनुसार 15 दिसंबर को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाएगी। यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा और भगवान शिव की पूजा होती है।

शिव मात पिता, शिव बंधू सखा (Shiv Maat Pita Shiv Bandhu Sakha)

शिव मात पिता,
शिव बंधू सखा,

साँवरे सा कौन(Sanware Sa Kaun)

साँवरे सा कौन,
सांवरे सा कौन,

यह भी जाने