नवीनतम लेख

मेरे प्रभु राम आये हैं(Mere Prabhu Ram Aye Hain)

राम लक्ष्मण जानकी,

जय बोलो हनुमान

राम लक्ष्मण जानकी,

जय बोलो हनुमान

सिया वर रामचंद्र की जय

प्रभु रामचंद्र की जय


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

अवध मे हो रही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


संग सिया लक्ष्मण को लेकर

अंजनी पुत्र भी आये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


कितने दिनों से बाट निहारूं

मंदिर खूब सजाये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


ऐसे बसो मन अंतर्मन प्रभुजी

राहों में दीप जलाये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

अवध हे हो रही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना! (Kaise Jiun Main Radha Rani Tere Bina)

कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना,
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना॥

होलाष्टक में करें इन देवी-देवताओं की पूजा

होलाष्टक का समय फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से पूर्णिमा (होलिका दहन) तक रहता है। यह अवधि अशुभ मानी जाती है, इसलिए विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते।

राम से बड़ा राम का नाम, जो सुमिरे भव पार हो जाए (Ram Se Bada Ram Ka Naam Jo Sumire Bhav Paar Ho Jaye)

राम से बड़ा राम का नाम,
जो सुमिरे भव पार हो जाए,

नारायण मिल जाएगा(Narayan Mil Jayega)

प्रेम प्रभु का बरस रहा है
पीले अमृत प्यासे