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मुझे अपनी शरण में ले लो राम(Mujhe Apni Sharan Me Lelo Ram)

मुझे अपनी शरण में ले लो राम, ले लो राम!

लोचन मन में जगह न हो तो

जुगल चरण में ले लो राम, ले लो राम!


जीवन देके जाल बिछाया

रच के माया नाच नचया

चिन्ता मेरी तभी मिटेगी

जब चिन्तन में ले लो राम, ले लो राम!

मुझे अपनी शरण में ले लो राम!


तू ने लाखोँ पापी तारे

मेरी बारी बाजी हारे, बाजी हारे

मेरे पास न पुण्य की पूँजी

पद पूजन में ले लो राम, ले लो राम!

मुझे अपनी शरण में ले लो राम!


राम हे राम, राम हे राम

दर दर भटकूँ घर घर अटकूँ

कहाँ कहाँ अपना सर पटकूँ

इस जीवन में मिलो न तुम तो राम, हे राम!

इस जीवन में मिलो न तुम तो,

मुझे मरण में ले लो राम, ले लो राम!


मुझे अपनी शरण में ले लो राम, ले लो राम!

लोचन मन में जगह न हो तो

जुगल चरण में ले लो राम, ले लो राम!

अन्नप्राशन संस्कार पूजा विधि

हिंदू धर्म के 16 प्रमुख संस्कार है। इन्हीं में से एक संस्कार है अन्नप्राशन संस्कार है। यह संस्कार बच्चे के जीवन में एक महत्वपूर्ण घटना होती है। दरअसल इस संस्कार के दौरान बच्चे को पहली बार ठोस आहार खिलाया जाता है।

राम को देखकर श्री जनक नंदिनी (Ram Ko Dekh Kar Shri Janak Nandini)

राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी, बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं

रात भादो की थी, छाई काली घटा(Raat Bhado Ki Thi Chhai Kali Ghata)

रात भादो की थी,
छाई काली घटा,

भोला भाला तू अंजनी का लाला (Bhola Bhala Tu Anjani Ka Lala)

भोला भाला तू अंजनी का लाला,
है बजरंग बाला,