नवीनतम लेख

राम सिया आने वाले है: भजन (Ram Siya Aane Wale Hain)

सारी दुनिया में अब लोगो के दुःख कटने वाले हैं,

राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है,

राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥


दशरथ के घर जन्म लिया नाम रखा था राम,

दुनिया को है मोक्ष दिया यही था उनका काम,

गली गली और गांव गांव को ख़ूब सजाने वाले है,

राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥


बलियो में बल रखने वाले परम भक्त हनुमान,

राम नाम की रटन लगाना यही है इनका काम,

अंजनी पुत्र हनुमत देखो आये जीत दिलाने है,

राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥


घर घर भगवा लहराएगा सबको हुआ है मान,

धर्म सनातन लाना है किया था ये ऐलान,

मोदी और योगी भी बन गये,

पवन और अंकित भी बन गये देखो राम दीवाने है,

राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥


राम सिया आने वाले है अयोध्या आने वाले है,

मेरे प्रभु आने वाले है सियावर आने वाले है ॥


राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है,

राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥

भगवान कार्तिकेय के प्रमुख मंदिर

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक चंद्र मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ था। इसलिए भक्त हर महीने इस तिथि को उनका जन्मोत्सव मनाते हैं।

ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है: शिव भजन (Oh Vish Pine Wale Chupa Tu Kidhar Hai)

मेरी जिंदगी में ग़मों का ज़हर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,

जिसको राम नाम रटना पसन्द है (Jisko Ram Naam Ratna Pasand Hai)

जिसको राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥

नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली की पूजा विधि ।। (Narak Chaturdashi/Choti Diwali ki Puja Vidhi)

>> नरक चतुर्दशी के दिन सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करने और घर के मंदिर में दीपक जलाने का विधान है।