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सबके दिल में, श्याम की तस्वीर है (Sabke Dil Mein, Shyam Ki Tasveer Hai)

सबके दिल में,

श्याम की तस्वीर है,

कोई धन्ना सेठ,

कोई फकीर है,

दर पे आता वहीं,

जिसकी तकदीर है,

सबके दिल मे,

श्याम की तस्वीर है ॥


करम भले तो दर मिले,

करम बुरे तो ना,

करमो का हिसाब रखें,

सांवरा सलोना,

बांधी कर्मों की ये,

सबको जंजीर है,

सबके दिल मे,

श्याम की तस्वीर है ॥


श्याम का दर गर मिला,

कह लो दिल का हाल,

सांवरे के लाल का,

हो ना बांका बाल,

काटे संकट सभी,

मार एक तीर है,

सबके दिल मे,

श्याम की तस्वीर है ॥


धन दौलत से ना तुले,

तुलसी-दल तुल जाये,

मोरछडी से सांवरा,

हर ताला खुलवाये,

‘बिट्टु’ श्याम मिलन,

की ये तदबीर है,

सबके दिल मे,

श्याम की तस्वीर है ॥


सबके दिल में,

श्याम की तस्वीर है,

कोई धन्ना सेठ,

कोई फकीर है,

दर पे आता वहीं,

जिसकी तकदीर है,

सबके दिल मे,

श्याम की तस्वीर है ॥

जया एकादशी व्रत नियम

प्रत्येक महीने में एकादशी दो बार आती है—एक बार कृष्ण पक्ष में और दूसरी बार शुक्ल पक्ष में। कृष्ण पक्ष की एकादशी पूर्णिमा के बाद आती है, जबकि शुक्ल पक्ष की एकादशी अमावस्या के बाद आती है।

माखन खा गयो माखनचोर(Makhan Kha Gayo Makhan Chor)

नटखट नटखट नंदकिशोर,
माखन खा गयो माखनचोर,

प्रभु राम का सुमिरन कर (Prabhu Ram Ka Sumiran Kar)

प्रभु राम का सुमिरन कर,
हर दुःख मिट जाएगा,