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सत्संगति से प्यार करना सीखोजी(Sat Sangati Se Pyar Karana Sikho Ji)

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी


सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी


तन धन दाम संग ना जावयए

सुत दारा कोई काम ना आवये - x2


ममता का संघार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


यह जाग मोहनी नीद का सपना

नही कोई गैर नही कोई अपना

सत्य असत्य विचार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


हरि का भजन नित्य प्रति कीजे

अंतःकरण शुद्ध कर लीजे

आत्म साक्ष करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


भिक्षु कहे सुनो मन मेरो

नर तन भव भरिढ़ कहु बेरो

भव से बेड़ा पार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

भगवा रंग चढ़ने लगा है(Bhagwa Rang Chadne Laga Hai)

मंदिर अब बनने लगा है,
भगवा रंग चढ़ने लगा है,

स्कंद षष्ठी पर क्या भोग लगाएं

स्कंद षष्ठी का पर्व भगवान शिव के बड़े पुत्र, भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है।

विधाता तू हमारा है - प्रार्थना (Vidhata Tu Hamara Hai: Prarthana)

विधाता तू हमारा है,
तू ही विज्ञान दाता है ।

जया एकादशी व्रत नियम

प्रत्येक महीने में एकादशी दो बार आती है—एक बार कृष्ण पक्ष में और दूसरी बार शुक्ल पक्ष में। कृष्ण पक्ष की एकादशी पूर्णिमा के बाद आती है, जबकि शुक्ल पक्ष की एकादशी अमावस्या के बाद आती है।