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शरण तेरी आयों बांके बिहारी (Sharan Teri Aayo Banke Bihari)

शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


पल पल में परदा किये जा रहे हो,

पल पल में परदा किये जा रहे हो,

नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥

कार्तिगाई पर जलाएं पांच दीपक

मासिक कार्तिगाई एक विशेष हिंदू त्योहार है। यह मुख्य रूप से दक्षिण भारत में मनाया जाता है। इस दिन दीप जलाने की परंपरा है। इस दिन खासकर घरों और मंदिरों में दीपक जलाया जाता है।

16 सोमवार व्रत कथा (16 Somavaar Vrat Katha)

एक समय श्री महादेवजी पार्वती के साथ भ्रमण करते हुए मृत्युलोक में अमरावती नगरी में आए। वहां के राजा ने शिव मंदिर बनवाया था, जो कि अत्यंत भव्य एवं रमणीक तथा मन को शांति पहुंचाने वाला था। भ्रमण करते सम शिव-पार्वती भी वहां ठहर गए।

मेरे गणराज आये है (Mere Ganaraj Aaye Hai)

वक्रतुण्ड महाकाय,
सूर्यकोटि समप्रभ:,

राम नाम जपते रहो, जब तक घट घट मे प्राण (Ram Nam Japte Raho, Jab Tak Ghat Ghat Me Ram)

राम नाम जपते रहो,
जब तक घट घट मे प्राण ।