नवीनतम लेख

तेरी बिगडी बना देगी, चरण रज राधा प्यारी की(Teri Bigdi Bana Degi Charan Raj Radha Pyari Ki)

तेरी बिगड़ी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


तू बस एक बार श्रद्धा से,

लगा कर देख मस्तक पर,

सोयी किस्मत जगा देगी,

चरण रज राधा प्यारी की।

तेरी बिगडी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


दुखो के घोर बादल हों,

या लाखों आंधियां आयें,

तुझे सबसे बचा लेगी,

चरण रज राधा प्यारी की।

तेरी बिगडी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


तेरे जीवन के अँधियारो में,

बनके रोशनी तुझको,

नया रास्ता दिखा देगी,

चरण रज राधा प्यारी की।

तेरी बिगडी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


भरोसा है अगर सच्चा,

उठा कर फर्श से तुझको,

तुझे यह अर्शों पर बिठा देगी,

चरण रज राधा प्यारी की।

तेरी बिगडी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


लिखे महिमा चरण रज की,

नहीं है ʻदासʼ की हस्ती,

तुझे दासी बना लेगी,

चरण रज राधा प्यारी की।

तेरी बिगडी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


तेरी बिगड़ी बना देगी,

चरण रज राधा प्यारी की ॥


आनंद ही आनंद बरस रहा (aanand-hi-aanand-baras-raha)

आनंद ही आनंद बरस रहा
बलिहारी ऐसे सद्गुरु की ।

रंग पंचमी का महत्व और मुहूर्त

रंग पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन आसमान में गुलाल उड़ाने की परंपरा है, जिसे देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है।

सजा दो घर को गुलशन सा (Sajado Ghar Ko Gulshan Sa)

सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आए हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं (Ye Baba Bahut Bada Hai)

हर भक्तों के दिल से निकले,
एक यही आवाज़,

यह भी जाने