ऐसा है सेवक श्री राम का (Aisa Hai Sewak Shree Ram Ka)

सेवा में गुजरे,

वक्त हनुमान का,

ऐसा है सेवक श्री राम का,

श्री राम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का ॥


राम पे जब विपदा आई,

हर मुश्किल आसान किया,

हर्षित होकर रघुराई,

हनुमत को सम्मान दिया,

हनुमत को सम्मान दिया,

भाई तू तो निकला,

है बड़े काम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का,

श्री राम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का ॥


राम नाम की ओढ़ चुनर,

बनके राम का मतवाला,

पाँव में बांधे ये घुंघरू,

मस्ती में नाचे बाला,

मस्ती में नाचे बाला,

बनके दीवाना,

ये तो राम नाम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का,

श्री राम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का ॥


चरणों में ये रहते सदा,

सिंहासन पे राम सिया,

‘कुंदन’ सब कुछ हनुमत ने,

प्रभु राम पे वार दिया,

प्रभु राम पे वार दिया,

रखता ना ध्यान देखो,

अपने आराम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का,

श्री राम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का ॥


सेवा में गुजरे,

वक्त हनुमान का,

ऐसा है सेवक श्री राम का,

श्री राम का,

ऐसा हैं सेवक श्री राम का ॥

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विवाह पंचमी कब है

विवाह पंचमी एक विशेष हिंदू पर्व है, जो भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह के अवसर पर मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से रामभक्तों के लिए महत्वपूर्ण है।

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श्री हरितालिका तीज व्रत कथा (Shri Haritalika Teej Vrat Katha)

श्री परम पावनभूमि कैलाश पर्वत पर विशाल वट वृक्ष के नीचे भगवान् शिव-पार्वती एवं सभी गणों सहित अपने बाघम्बर पर विराजमान थे।

महाशिवरात्रि व्रत के नियम

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