ऐसी सुबह ना आए, आए ना ऐसी शाम (Aisi Suwah Na Aye, Aye Na Aisi Sham)

शिव है शक्ति, शिव है भक्ति, शिव है मुक्ति धाम।

शिव है ब्रह्मा, शिव है विष्णु, शिव है मेरा राम॥


ऐसी सुबह ना आए, आए ना ऐसी शाम।

जिस दिन जुबा पे मेरी, आए ना शिव का नाम॥


ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय॥


मन मंदिर में वास है तेरा, तेरी छवि बसाई।

प्यासी आत्मा बनके जोगन, तेरी शरण में आई।

तेरी ही शरण में पाया, मैंने यह विश्राम॥ ऐसी सुबह ना आए॥


ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय॥


तेरी खोज में ना जेने, कितने युग मेरे बीते।

अंत में काम क्रोध मद हारे, हे भोले तुम जीते।

मुक्त किया तूने प्रभु मुझको, शत शत है प्रणाम॥ ऐसी सुबह ना आए॥


ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय॥


सर्व कला संम्पन तुम्ही हो, हे मेरे परमेश्वर।

दर्शन देकर धन्य करो अब, हे त्रिनेत्र महेश्वर।

भाव सागर से तर जाउंगी, लेकर तेरा नाम॥ ऐसी सुबह ना आए॥

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मेरा भोला बड़ा मतवाला (Mera Bhola Bada Matwala)

मेरा भोला बड़ा मतवाला,
सोहे गले बीच सर्पों की माला ॥

यदि नाथ का नाम दयानिधि है (Yadi Nath Ka Naam Dayanidhi Hai)

यदि नाथ का नाम दयानिधि है,
तो दया भी करेंगे कभी ना कभी,

षटतिला एकादशी पूजा विधि

हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल ये व्रत 25 जनवरी, 2025 को रखा जाएगा । इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

नरसिंह द्वादशी 2025 तिथि और महत्व

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विष्णु जी के अवतार भगवान नरसिंह भगवान की पूजा करने की परंपरा है।

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