बजरंगी बलशाली, तेरा पार ना कोई पाए (Bajrangi Balshali Tera Paar Na Koi Paye)

बजरंगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए,

लक्ष्मण को लगी शक्ति,

लक्ष्मण को लगी शक्ति,

संजीवनी ले आए,

बजरँगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए ॥


श्री राम की सेना में,

जब शोक लहर दौड़ी,

तब वैद्य शुषेण को तुम,

तब वैद्य शुषेण को तुम,

लंका से बुला लाए,

बजरँगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए ॥


सभा बीच विभीषण ने,

जब तुमको ललकारा,

तब फाड़ दिया सीना,

तब फाड़ दिया सीना,

सियाराम दिखलाए,

बजरँगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए ॥


सिता की खोज करी,

लंका को जला डाला,

बलबुद्धि का परिचय,

बलबुद्धि का परिचय,

तुम सब को बतलाए,

बजरँगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए ॥


बजरंगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए,

लक्ष्मण को लगी शक्ति,

लक्ष्मण को लगी शक्ति,

संजीवनी ले आए,

बजरँगी बलशाली,

तेरा पार ना कोई पाए ॥

........................................................................................................
लक्ष्मी जयंती की मुहूर्त और तिथि

लक्ष्मी जयंती को मां लक्ष्मी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस तिथि पर मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था।

मकर संक्रांति पर कहां लगाएं डुबकी

मकर संक्रांति, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन गंगा में स्नान का काफी महत्व है। इस दिन महाकुंभ में स्नान किया जा सकता है।

मेरे प्रभु राम आये हैं(Mere Prabhu Ram Aye Hain)

राम लक्ष्मण जानकी,
जय बोलो हनुमान

राम सीता और लखन वन जा रहे - भजन (Ram Sita Aur Lakhan Van Ja Rahe)

राम सीता और लखन वन जा रहे,
हाय अयोध्या में अँधेरे छा रहे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने