भजमन शंकर भोलेनाथ - भजन (Bhajman Shankar Bholenath)

भजमन शंकर भोलेनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


मुक्ति हेतु बसाई काशी,

जहां रहे भोले अविनाशी,

विजया भोग लगाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


कर त्रिशूल पहिरे मृगछाला,

भोला ऐसा दीनदयाला,

बिगड़े काम बनाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


सकल मनोरथ पूरण कारी,

गिरजापति कैलाश बिहारी,

प्रभु महादेव कहाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


जो नित गान प्रभु का गावे,

सब सुख भोग परम पद पावे,

आवागमन छुड़ाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


भजमन शंकर भोलेनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


........................................................................................................
चटक रंग में (Chatak Rang Me)

चटक रंग में, मटक रंग में,
धनीलाल रंग में, गोपाल रंग में ।

ऐ मालिक तेरे बंदे हम (Aye Malik Tere Bande Hum)

ऐ मालिक तेरे बंदे हम,
ऐसे हो हमारे करम

लक्ष्मी पंचमी पर करें लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ

लक्ष्मी पंचमी का त्योहार मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

दीदार, करने आया तेरे द्वार (Deedar Karne Aaya Tere Dwar)

कन्हैया का दीदार,
करने आया तेरे द्वार ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने