भक्ति और शक्ति के दाता, रामचरण से जिनका नाता (Bhakti Aur Shakti Ke Data Ram Charan Se Jinka Nata)

भक्ति और शक्ति के दाता,

रामचरण से जिनका नाता,

म्हारा बजरंगबली,

म्हारा बजरंगबली ॥


राम बिना जिनको कुछ भी ना ध्यावे,

राम में हरदम जो ध्यान लगावे,

राम करे जो भी बजरंग कराएं – २,

पर ना कभी दिल में अभिमान लाए,

म्हारा बजरंगबली,

म्हारा बजरंगबली ॥


जिसके हो सर प्रभु कर हमेशा,

ऐसा ना सेवक अभी तक है देखा,

प्राण ना प्यारे प्रभु जिनको प्यारे- २,

ऐसे ही है यह पवन के दुलारे,

म्हारा बजरंगबली,

म्हारा बजरंगबली ॥


रावण को ललकारा लंका में जाकर,

लक्ष्मण बचाए थे पर्वत उठाकर,

रामजी जिनको भरत सम बताएं,

काल भी है जिनसे आंख चुराए,

म्हारा बजरंगबली,

म्हारा बजरंगबली ॥


राम की भक्ति का मार्ग बता दो,

बाधा अनेकों इन्हें तुम हटा दो,

राम से कैसे मिलन हो हमारा,

श्याम कहे कर दो कारज हमारा,

म्हारा बजरंगबली,

म्हारा बजरंगबली ॥


भक्ति और शक्ति के दाता,

रामचरण से जिनका नाता,

म्हारा बजरंगबली,

म्हारा बजरंगबली ॥

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जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा (Jaha Le Chaloge Vahi Me Chalunga)

जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा,
जहाँ नाथ रख लोगे, वही मैं रहूँगा ।

मैं हार गया जग से, अब तुमको पुकारा है (Main Haar Gaya Jag Se Ab Tumko Pukara Hai)

मैं हार गया जग से,
अब तुमको पुकारा है,

चैत्र महीना व्रत-त्योहार लिस्ट

चैत्र माह हिंदू पंचांग का पहला महीना होता है। इसे हिंदू नववर्ष की शुरुआत के रूप में देखा जाता है। इसके अलावा यह वसंत ऋतु के खत्म होने का प्रतीक भी है। इस महीने में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं, जो हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखते हैं। यह त्योहार हमें धर्म, संस्कृति और परंपराओं से जोड़ते हैं।

दत्तात्रेय जयंती कब है?

हिंदू धर्म में दत्तात्रेय जयंती का बेहद खास महत्व है। यह दिन भगवान दत्तात्रेय के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें त्रिदेवों यानि ब्रह्मा, विष्णु और शिव जी तीनों का अंश माना जाता है। प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाती है।

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