भोला भाला तू अंजनी का लाला (Bhola Bhala Tu Anjani Ka Lala)

भोला भाला तू अंजनी का लाला,

है बजरंग बाला,

बड़ा तेरा नाम है,

कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है,

मतवाला है संकट टाला,

भक्तों का रखवाला,

पावन तेरा धाम है,

कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है ॥


पवनपुत्र सब तुझको है कहते,

सूरज का भक्षण हारा,

शनिदेव को तुमने हराया,

वज्र इंद्र ने था मारा,

है गदाधारी है गदाधारी,

तू बलकारी,

सारे जग से न्यारा,

है दुख भजन,

है केसरीनंदन,

काटे सभी बंधन,

यही तेरा काम है,

कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है ॥


तुमने सिया और राम मिलाए,

फूंकी रावण की लंका,

अक्षय और अहिरावन को मारा,

युद्ध का बजाया डंका,

सुरषा जैसी सुरषा जैसी,

डायन मारी,

मार तुम्हारी भारी,

है निराला,

तू जग का उजाला,

राम की माला

रटे सुबह शाम है,

कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है ॥


भोला भाला तू अंजनी का लाला,

है बजरंग बाला,

बड़ा तेरा नाम है,

कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है,

मतवाला है संकट टाला,

भक्तों का रखवाला,

पावन तेरा धाम है,

कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है ॥

........................................................................................................
कन्हैया ने जब पहली बार बजाई मुरली, सारी सृष्टि में आनंद की लहर दौड़ी

मुरलीधर, मुरली बजैया, बंसीधर, बंसी बजैया, बंसीवाला भगवान श्रीकृष्ण को इन नामों से भी जाना जाता है। इन नामों के होने की वजह है कि भगवान को बंसी यानी मुरली बहुत प्रिय है। श्रीकृष्ण मुरली बजाते भी उतना ही शानदार हैं।

प्रेम रंग से भरी ये ब्रज की होरी लागे (Prem Rang Se Bhari Brij Ki Holi Lage)

गोरी राधिका आई,
रंग भरी वो प्यार के,

ब्रह्मानंदम परम सुखदम (Brahamanandam, Paramsukhdam)

ब्रह्मानंदम परम सुखदम,
केवलम् ज्ञानमूर्तीम्,

बोला प्रभु से यूँ केवट, यह विनती है सरकार (Bola Prabhu Se Yun Kevat Yah Vinati Hai Sarkar)

बोला प्रभु से यूँ केवट,
यह विनती है सरकार,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने