भोले तेरी कृपा से युग आते युग जाते है (Bhole Teri Kripa Se Yug Aate Yug Jate Hain)

भोले तेरी कृपा से

युग आते युग जाते है

युगो युगो से ब्रह्मा विष्णु

हे शिव तेरे गुण गाते है।।


हर युग का तू रचयिता है

हर पल तू संग रहता है

करमो का फल तू देता है

बदले मे कुछ ना लेता है।।


ओ भोले सबसे निराले तेरे काम

भोले सबसे निराले तेरे काम।।


भोले तेरी कृपा से

युग आते युग जाते है

युगो युगो से ब्रह्मा विष्णु

हे शिव तेरे गुण गाते है।।


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हे महाशक्ति हे माँ अम्बे, तेरा मंदिर बड़ा ही प्यारा है (Hey Mahashakti Hey Maa Ambey Tera Mandir Bada Hi Pyara Hai)

हे महाशक्ति हे माँ अम्बे,
तेरा मंदिर बड़ा ही प्यारा है ॥

बाँधु जिसपे राखी, वो कलाई चाहिए (Bandhu jispe Rakhi wo Kalai chahiye)

बाँधु जिसपे राखी,
वो कलाई चाहिए,

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला (Prabhu Mere Mann Ko Banado Shivalay)

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला ।

श्री राधाजी की आरती (Shri Radhaji Ki Aarti)

आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि।

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