गोविंदा आने वाला है (Govinda Aane Wala Hai)

करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला है,

गोविंदा आने वाला हैं,

गोपाला आने वाला है,

करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला हैं ॥


फूलों से गलियां सजवाओ,

मटके में माखन भरवाओ,

ग्वालो बालों को संग लाकर,

वो रास रचाने वाला है,

करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला हैं ॥


छलिया ऐसा चितचोर कहाँ,

इसके जैसा कोई और कहाँ,

अधरों पर रखकर मुरली की,

कोई तान सुनाने वाला है,

करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला हैं ॥


वो नटवर नागर गिरधारी,

सूरत पे जाऊं बलिहारी,

‘वैभव’ बेरंगी दुनिया में,

वो रंग जमाने वाला है,

करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला हैं ॥


करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला है,

गोविंदा आने वाला हैं,

गोपाला आने वाला है,

करलो तैयारी स्वागत की,

गोविंदा आने वाला हैं ॥


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क्या है कालाष्टमी कथा

हिंदू धर्म में हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इसे भैरव अष्टमी के रूप में भी जाना जाता है।

शबरी जंयती की पूजा विधि

शबरी जयंती सनातन धर्म में महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। हर साल माता शबरी के जन्मोत्सव के रूप में शबरी जयंती मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, शबरी जयंती फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है।

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे,
निर्धन के घर भी आ जाना ।

भवसागर तारण कारण हे (Bhava Sagara Tarana Karana He)

भवसागर तारण कारण हे ।
रविनन्दन बन्धन खण्डन हे ॥

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