हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार (Hum Sab Milke Aaye Data Tere Darbar)

हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


लेकर दिल मे फरियाद,

करते हम तुमको याद


जब हो मुश्किल की घड़िया,

माँगे तुम से इमदाद


सबसे बढ़के ऊँचा,

जग मे तेरा दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


चाहे दिन हो विपरीत,

होवे तुमसे ही प्रीत

सच्ची श्रद्धा से गावे,

तेरी भक्ति के गीत


होवे सबका प्रभुजी,

तेरे चरणो मे प्यार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


होवे जब संध्याकाल,

होके निर्मल तत्काल

अपना मस्तक झुकाके,

करके तेरा ख़याल


तेरे दर पे आकर,

बैठे सारा परिवार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भरदे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार

........................................................................................................
उगादि 2025 कब मनाई जाएगी

हिंदू पंचांग के अनुसार, उगादि पर्व चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इसे हिन्दू नववर्ष का पहला दिन माना जाता है। इसलिए इसकी तिथि और मुहूर्त जानना बहुत जरूरी होता है।

हे सरस्वती माँ ज्ञान की देवी किरपा करो(Hey Saraswati Maa Gyan Ki Devi Kirpa Karo)

हे सरस्वती माँ ज्ञान की देवी किरपा करो
देकर वरदान हे मात मेरा अज्ञान हरो

नवरात्री वृत कथा (Navratri Vrat Katha)

माँ दुर्गाकी नव शक्तियोंका दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणीका है। यहाँ श्ब्राश् शब्दका अर्थ तपस्या है। ब्रह्मचारिणी अर्थात् तपकी चारिणी-तपका आचरण करनेवाली। कहा भी है वेदस्तत्वं तपो ब्रह्म-वेद, तत्त्व और तप श्ब्राश् शब्दक अर्थ हैं।

जो शिव नाम होठों पे चढ़ गयो रे (Jo Shiv Naam Hothon Pe Chadh Gayo Re)

जो शिव नाम होठों पे चढ़ गयो रे,
तो समझो ये जीवन संवर गयो रे ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने