आ जाओ अम्बे मैया (Aa Jao Ambe Maiya)

आ जाओ अम्बे मैया,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

गणपति जी आ गए,

गणपति जी आ गए,

रिद्धि सिद्धि संग लेके,

रिद्धि सिद्धि संग लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

कान्हा जी आ गए,

कान्हा जी आ गए,

राधा रुक्मणि संग लेके,

राधा रुक्मणि संग लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

भोले जी आ गए,

शंकर जी आ गए,

मैया गौरा संग लेके,

माँ पारवती को लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


आ जाओ अम्बे मैया,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥

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कांच ही बांस के बहंगिया (Kaanch Hi Baans Ke Bahangiya)

कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकति जाए।

सूर्य स्तोत्र

विकर्तनो विवस्वांश्च मार्तण्डो भास्करो रविः।
लोक प्रकाशकः श्री मांल्लोक चक्षुर्मुहेश्वरः ॥ लोकसाक्षी त्रिलोकेशः कर्ता हर्ता तमिस्रहा।

तारा है सारा जमाना, श्याम हम को भी तारो (Tara Hai Sara Zamana, Shyam Hamko Bhi Taro)

तारा है सारा जमाना,
श्याम हम को भी तारो ।

भीष्म द्वादशी पौराणिक कथा

पुराणों के अनुसार महाभारत युद्ध में अर्जुन ने भीष्म पितामह को बाणों की शैय्या पर लिटा दिया था। उस समय सूर्य दक्षिणायन था। तब भीष्म पितामह ने सूर्य के उत्तरायण होने का इंतजार करते हुए माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन प्राण त्याग दिए थे।

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