आ जाओ अम्बे मैया (Aa Jao Ambe Maiya)

आ जाओ अम्बे मैया,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

गणपति जी आ गए,

गणपति जी आ गए,

रिद्धि सिद्धि संग लेके,

रिद्धि सिद्धि संग लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

कान्हा जी आ गए,

कान्हा जी आ गए,

राधा रुक्मणि संग लेके,

राधा रुक्मणि संग लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

भोले जी आ गए,

शंकर जी आ गए,

मैया गौरा संग लेके,

माँ पारवती को लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


आ जाओ अम्बे मैया,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥

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मन की मुरादें, पूरी कर माँ(Mann Mi Muraden Poori Kar Maa)

मन की मुरादें, पूरी कर माँ,
दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

इतनी विनती है तुमसे हे भोले मेरे(Itni Vinti Hai Tumse Hai Bhole Mere)

इतनी विनती है तुमसे हे भोले मेरे,
थाम के हाथ अब ना छुड़ा लेना तुम,

यही है प्रार्थना प्रभुवर (Yahi Hai Rrarthana Prabhuvar Jeevan Ye Nirala Ho)

सरलता, शीलता, शुचिता हों भूषण मेरे जीवन के।
सचाई, सादगी, श्रद्धा को मन साँचे में ढाला हो॥

सफला एकादशी व्रत कैसे करें

साल में 24 एकादशी का व्रत रखा जाता है। ये सभी भगवान विष्णु को समर्पित होते है। एकादशी व्रत हर महीने के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर रखा जाता है, जो प्रत्येक माह में दो बार आती है।

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