बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे (Bol Suva Ram Ram Mithi Mithi Vani Re)

बोल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


दोहा – राम किया सुख उपजे,

और कृष्ण किया दुःख जाय,

एक बार हरी ॐ रटे,

तो भव बंधन मिट जाय ॥


बोल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


सोने के डाल सुवा,

पिंजरों घलाउ रे,

पिंजरे में मोत्यां वाली,

झालरी लगाउ रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


चंपा के डाल सुवा,

हिंडोरो घलाउ रे,

हिंडोरे बिठा में थाने,

हाथ स्यु हिंडावु रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


घिरत मिठाई सुवा,

लापसी बनाऊ रे,

आँवले रो रस तने,

घोल घोल पावू रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


पगलिया रे माई तने,

पजड़िया पहनाऊ रे,

मीरा गिरधारी सरने,

आया सुख पाऊ रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥

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सियारानी का अचल सुहाग रहे - भजन (Bhajan: Siyarani Ka Achal Suhag Rahe)

मेरे मिथिला देश में, आओ दूल्हा भेष ।
ताते यही उपासना, चाहिए हमें हमेशा ॥

मासिक दुर्गाष्टमी स्तोत्र

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस साल मासिक दुर्गा अष्टमी का पहला व्रत 07 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी।

जपते रहो सुबह शाम भोलेनाथ (Japte Raho Subah Shaam Bholenath)

जपते रहो सुबह शाम भोलेनाथ,
जग में साँचा तेरा नाम भोलेनाथ,

मोहे मुरली बना लेना(Mohe Murli Bana Lena)

कान्हा मेरी सांसो पे,
नाम अपना लिखा लेना,

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