चले पवन की चाल, मेरा बजरंगबली (Chale Pawan Ki Chaal Mera Bajrangbali)

लाल लंगोटा हाथ में सोटा,

चले पवन की चाल,

मेरा बजरंगबली ॥


माँ अंजनी का प्यारा है,

राम भगत मतवाला है,

राम भजन में मस्त रहे,

भक्तो का रखवाला है

भूत प्रेत को मार भगावे,

दुष्टो का है काल,

मेरा बजरंगबली ॥


जब जब राम ने हुकुम दिया,

पल में पूरा काम किया,

राम सहारा लेकर के,

पूरा पर्वत उठा दिया,

राम सुमीर कर गढ़ लंका में,

धरा रूप विकराल,

मेरा बजरंगबली ॥


राम तेरे मन वचन में है,

राम तेरे दर्शन में है,

रोम रोम में राम तेरे,

राम तेरे सुमिरन में है,

दर्श करा दे श्रीराम का,

हे अंजनी के लाल,

मेरा बजरंगबली ॥


मंगल और शनिवार के दिन,

तेरी पूजा भारी है,

सालासर मेहंदीपुर में,

तेरी महिमा न्यारी है,

ये ‘लख्खा’ अब तुझे मनाए,

काट मेरे जंजाल,

मेरा बजरंगबली ॥


लाल लंगोटा हाथ में सोटा,

चले पवन की चाल,

मेरा बजरंगबली ॥


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छठी देवी स्तोत्र (Chhathi Devi Stotram)

नमो देव्यै महादेव्यै सिद्ध्यै शान्त्यै नमो नम:।
शुभायै देवसेनायै षष्ठी देव्यै नमो नम: ।।

फाल्गुन में देवताओं की पूजा

माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिन्दू नववर्ष आ जाएगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।

तेरे कितने है मुझपे एहसान, हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम (Tere Kitne Hai Mujhpe Ehsan Har Ghadi Main Japun Tera Naam)

तेरे कितने है मुझपे एहसान,
हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

शंकर के द्वारे चले काँवरिया (Shankar Ke Dware Chale Kavariya)

शंकर के द्वारे चले काँवरिया
भोले के प्यारे चले काँवरिया

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