चलो सालासर भक्तों, बाबा का बुलावां आ गया (Chalo Salasar Bhakto Baba Ka Bulawa Aa Gaya)

बाबा का बुलावा आ गया,

चलो सालासर भक्तो,

वहां बैठे अंजनी लाल,

करते इक पल में कमाल,

अब मैं इससे ज़्यादा क्या कहूं,

भक्तों के मन को भा गया,

चलो सालासर भक्तों,

हनुमत का बुलावा आ गया,

चलो सालासर भक्तों,

बाबा का बुलावां आ गया,

चलो सालासर भक्तों ॥


वहां बजते ढोल नगाड़े,

नाचे हैं भक्त प्यारे,

हैं रंग गुलाल उड़ाएं,

मस्ती में झूमे जाएँ,

भक्तों को खूब नचा गया,

चलो सालासर भक्तों,

बाबा का बुलावां आ गया,

चलो सालासर भक्तों ॥


कोई पैदल चलके जाए,

हाथों में ध्वजा उठाये,

बाबा को खूब रिझायें,

जयकारे खूब लगाएं,

बाबा पल में ख़ुशी दिखा गया,

चलो सालासर भक्तों,

बाबा का बुलावां आ गया,

चलो सालासर भक्तों ॥


‘मोना प्रिंस’ भी दर पे जाएँ,

चरणों में शीश झुकाएं,

हैं सवामणि लगवाएं,

है दर पे ज्योत जगाएं,

संकट को दूर भगा गया,

चलो सालासर भक्तों,

बाबा का बुलावां आ गया,

चलो सालासर भक्तों ॥


बाबा का बुलावा आ गया,

चलो सालासर भक्तो,

वहां बैठे अंजनी लाल,

करते इक पल में कमाल,

अब मैं इससे ज़्यादा क्या कहूं,

भक्तों के मन को भा गया,

चलो सालासर भक्तों,

हनुमत का बुलावा आ गया,

चलो सालासर भक्तों,

बाबा का बुलावां आ गया,

चलो सालासर भक्तों ॥


........................................................................................................
अंजनीसुत केसरी नंदन ने (Anjani Sut Kesari Nandan Ne)

अंजनीसुत केसरी नंदन ने,
श्री राम के कारज सारे है,

ध्यानु की तरह अम्बे, मेरा नाम अमर कर दो (Dhyanu Ki Tarah Ambe Mera Naam Amar Kardo)

ध्यानु की तरह अम्बे,
मेरा नाम अमर कर दो,

जानकी जयंती विशेष उपाय

हिंदू धर्म में जानकी जयंती का विशेष महत्व है, जिसे माता सीता के अवतरण का दिन माना जाता है। इस दिन व्रत, पूजा-पाठ और दान-पुण्य का विशेष महत्व है।

बिजनेस शुरू करने की पूजा विधि

हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करने की एक प्राचीन परंपरा रही है। विशेष रूप से व्यवसाय या दुकान की शुरुआत के समय पूजा करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने