चटक रंग में (Chatak Rang Me)

चटक रंग में, मटक रंग में,

धनीलाल रंग में, गोपाल रंग में ।


श्याम रंग संग होली खेलत गोपाल,

श्याम रंग संग होली खेलत गोपाल,

मनमोहन सलोन, रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल


ग्वाल बाल संग होली खेलत गोपाल,

मधुसूदन मनमोहने रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल


करत ठिठोल बाजवे मुरली,

इर्ली को रिझावे इतरावे उरली,

गाजे बाजे ढोल गावे ध्रुपद धमार

आपा धापी गोपियो में मच रही रार

भर-भर पिचकारी तिरछी-तिरछी धारी धाल


मधुसूदन मनमोहने रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल


ताली की टंकार, रंगो की गगरी

घंटो की गुंजार सुनावे कजरी

रंगो की फुहार भीगे नाद सुर ताल

अरे वैजंती बसंती रंग गई अचराज में नंद लाल

मायावी कान्हा ने रंग दियो थल अंबर पाताल


माधव मदन मुरारी रंग गए, रंग गए

ओह रंग गए नीले पीले लाल

श्याम रंग संग होली खेलत गोपाल,

मनमोहन सलोन रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल

मनमोहन सलोन रंग गए, रंग गए

ओह रंग गए नीले पीले लाल


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सज धज के बैठी है माँ, लागे सेठानी (Saj Dhaj Ke Baithi Hai Maa Laage Sethani)

सज धज के बैठी है माँ,
लागे सेठानी,

हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली (Hey Bholenath Teri Mahima Nirali)

हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली,
जाने वो जिस ने तेरी लगन लगाली,

उगादि 2025 कब मनाई जाएगी

हिंदू पंचांग के अनुसार, उगादि पर्व चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इसे हिन्दू नववर्ष का पहला दिन माना जाता है। इसलिए इसकी तिथि और मुहूर्त जानना बहुत जरूरी होता है।

कान्हा तेरी कबसे बाट निहारूं - भजन (Kanha Teri Kabse Baat Niharun)

कान्हा तेरी कबसे,
बाट निहारूं,

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