कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना! (Kaise Jiun Main Radha Rani Tere Bina)

कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना,

मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना॥


मेरे पापों का कोई ठिकाना नहीं,

तेरी प्रीत क्या होती जाना नहीं,

शरण देदो मेरे अवगुण निहारे बिना॥

॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना...॥


मोहे प्रीत की रीत सिखा दो प्रिया,

अपनी यादो में रोना सिखा दो प्रिया,

जीवन नीरस है अखिओं के तारे बिना॥

॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना...॥


प्यारी पतितों की पतवार तुम ही तो हो,

दीन दुखिओं की आधार तुम्ही तो हो,

अब मैं जाऊं कहा तेरे द्वारे बिना॥

॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना...॥


कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना,

मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना॥

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जगदम्बा के दीवानो को, दरश चाहिए (Jagdamba Ke Deewano Ko Daras Chahiye)

जगदम्बा के दीवानो को,
दरश चाहिए, दरश चाहिए,

सफला एकादशी में पढ़ें तुलसी चालीसा

सनातन हिंदू धर्म में एकादशी काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन पूरी तरह से श्री हरि की पूजा को समर्पित है। इस शुभ दिन पर भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और उनके लिए उपवास करते हैं।

Jai Jai Radha Raman Hari Bol Lyrics (जय जय राधा रमण हरी बोल)

जय जय राधा रमण हरी बोल,
जय जय राधा रमण हरि बोल ॥

लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा (Lagan Tumse Laga Baithe Jo Hoga Dekha Jayega)

मोहे लागी रे लगन महाकाल की लगन,
तुम्हारे नाम से किस्मत मेरी सजा लू मैं,

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