कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना! (Kaise Jiun Main Radha Rani Tere Bina)

कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना,

मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना॥


मेरे पापों का कोई ठिकाना नहीं,

तेरी प्रीत क्या होती जाना नहीं,

शरण देदो मेरे अवगुण निहारे बिना॥

॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना...॥


मोहे प्रीत की रीत सिखा दो प्रिया,

अपनी यादो में रोना सिखा दो प्रिया,

जीवन नीरस है अखिओं के तारे बिना॥

॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना...॥


प्यारी पतितों की पतवार तुम ही तो हो,

दीन दुखिओं की आधार तुम्ही तो हो,

अब मैं जाऊं कहा तेरे द्वारे बिना॥

॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना...॥


कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना,

मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना॥

........................................................................................................
हार गया हूँ बाबा, अब तो आके थाम रे (Haar Gya Hu Baba Ab To Aake Tham Re)

हार गया हूँ बाबा,
अब तो आके थाम रे,

तेरा बालाजी सरकार, बाजे डंका मेहंदीपुर में(Tera Balaji Sarkar Baje Danka Mehndipur Mein)

तेरा बालाजी सरकार,
बाजे डंका मेहंदीपुर में,

राधे ब्रज जन मन सुखकारी(Radhe Braj Jan Man Sukhakari)

राधे ब्रज जन मन सुखकारी,
राधे श्याम श्यामा श्याम

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी (Aapne Apna Banaya Meharbani Aapki)

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी,
हम तो इस काबिल ही ना थे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने