दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले (Doosron Ka Dukhda Door Karne Wale)

दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

किये जा तू जग में भलाई का काम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।


दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

किये जा तू जग में भलाई का काम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

पोंछ ले तू अपने आंसू तमाम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ॥


सच का है पथ ले धर्म का मार्ग,

संभल संभल चलना प्राणी ।

पग पग पर है यहाँ रे कसौटी,

कदम कदम पर कुर्बानी ।

मगर तू डावा डोल ना होना,

तेरी सब पीर हारेंगे राम ॥


दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

किये जा तू जग में भलाई का काम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।


क्या तुने पाया, क्या तुने खोया,

क्या तेरा लाभ है क्या हानि ।

इस का हिसाब करेगा वो इश्वर,

क्यूँ तू फिकर करे रे प्राणी ।

तू बस अपना काम किए जा,

तेरा भण्डार भरेंगे राम ॥


दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

किये जा तू जग में भलाई का काम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।


दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

किये जा तू जग में भलाई का काम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

पोंछ ले तू अपने आंसू तमाम,

तेरे दुःख दूर करेंगे राम ॥

........................................................................................................
गौंरी सुत गणराज गजानन, विघ्न हरण मंगल कारी (Gauri Sut Ganraj Gajanan Vighna Haran Mangal Kari)

गौरी सुत गणराज गजानन,
विघ्न हरण मंगल कारी,

मेरा तो बस एक सहारा, राम ए माँ (Mera To Bas Ek Sahara Ram Ae Maa)

मेरा तो बस एक सहारा,
राम ए माँ,

चंद्रदेव को प्रसन्न करने के उपाय

हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। ख़ासकर, पौष मास की अमावस्या को पितरों को प्रसन्न करने और चंद्रदेव की कृपा प्राप्त करने का उत्तम अवसर माना गया है। इस दिन भगवान सूर्य, चंद्रदेव और श्रीहरि की विधिवत पूजा के साथ पिंडदान और तर्पण का विधान है।

मासिक शिवरात्रि मंत्र

कई साधक मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव के निमित्त व्रत भी रखते हैं। यह तिथि भोलेनाथ की कृपा प्राप्ति के लिए काफी उत्तम मानी जाती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।