घुमतड़ा घर आवो, ओ म्हारा प्यारा गजानन (Ghumta Ghar Aao Mhara Pyara Gajanan)

घुमतड़ा घर आवो,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

खेलतड़ा घर आवो,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


ब्रम्हा पधारो विष्णु पधारो देवा,

संग में ले आना सरस्वती को,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

घुमतड़ा घर आवों,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


राम पधारो लक्ष्मण पधारो देवा,

संग में ले आना सीता सती को,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

घुमतड़ा घर आवों,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


डमरू बजावत शिव जी पधारो देवा,

संग में ले आना पारवती को,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

घुमतड़ा घर आवों,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


सिंह चढ़त माँ आवो भवानी,

संग में ले आना नव दुर्गा को,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

घुमतड़ा घर आवों,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


मुरली बजावत कृष्ण पधारो देवा,

संग में ले आना राधा रुक्मण को,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

घुमतड़ा घर आवों,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


बाई मीरा कहे प्रभु गिरधर नागर,

देना हमको प्रेम भक्ति हो,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

घुमतड़ा घर आवों,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥


घुमतड़ा घर आवो,

ओ म्हारा प्यारा गजानन,

खेलतड़ा घर आवो,

ओ म्हारा प्यारा गजानन ॥

........................................................................................................
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी धार्मिक दृष्टि से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भगवान कृष्ण की अद्भुत लीलाओं और शिक्षाओं को स्मरण करने का दिवस माना जाता है।

सात्विक मंत्र के क्या लाभ है?

सात्विक मंत्रों का जाप हमारे जीवन को सकारात्मकता और शांति से भर सकता है। ये मंत्र न केवल आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होते हैं, बल्कि मन की अशांति और नकारात्मक विचारों को भी दूर करते हैं।

बसंत पंचमी पर महाकुंभ का स्नान क्यों है खास?

महाकुंभ जो कि दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है इस बार बसंत पंचमी पर विशेष रूप से खास होने वाला है। इस दिन महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान होना तय हुआ है जो कि त्रिवेणी संगम में होगा।

छम छम नाचे हनुमान, बजे रे पग पैजनिया (Cham Cham Nache Hanuman Baje Re Pag Paijaniya)

छम छम नाचे हनुमान,
बजे रे पग पैजनिया,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने