हे संकट मोचन करते है वंदन(Hey Sankat Mochan Karte Hai Vandan)

हे संकट मोचन करते है वंदन,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे,

सालासर वाले तुम हो रखवाले,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे ॥


सिवा तेरे ना दूजा हमारा,

तू ही आकर के देता सहारा,

जो भी विपदा आए,

पल में मिट जाए,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे ॥


तूने रघुवर के दुखड़ो को टाला,

हर मुसीबत से उनको निकाला,

रघुवर के प्यारे,

आँखों के तारे,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे ॥


अपने भगतो के दुखड़े मिटाते,

‘हर्ष’ आफत से हमको बचाते,

किरपा यूँ रखना,

थामे तू रखना,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे ॥


हे संकट मोचन करते है वंदन,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे,

सालासर वाले तुम हो रखवाले,

तुम्हरे बिना संकट कौन हरे ॥

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मासिक जन्माष्टमी पर राशि अनुसार पूजा

हिंदू धर्म में हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप, काल भैरव की पूजा की जाती है और इसे कालाष्टमी के रूप में मनाया जाता है।

चैत्र में चंद्र दर्शन के मुहूर्त

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देख लिया संसार हमने देख लिया(Dekh Liya Sansar Hamne Dekh Liya)

देख लिया संसार हमने देख लिया,
सब मतलब के यार हमने देख लिया ।

मैया मेरी लाज रख ले: भजन (Mata Meri Laaj Rakh Le)

तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं,
तेरे ही गुण गाऊं,

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