हे शिव शम्भू करुणा सिंधु(Hey Shiv Shambhu Karuna Sindhu)

हे शिव शम्भू करुणा सिंधु,

जग के पालनहार,

दयालु वंदन बारम्बार,

दयालु वंदन बारम्बार ॥


त्रिलोकी है नाम तुम्हारा,

त्रिलोकी है नाम तुम्हारा,

तेरी दया से जग से उजियारा,

तेरी दया से जग से उजियारा,

कण कण में है वास तुम्हारा,

कण कण में है वास तुम्हारा,

करुणा के भंडार,

दयालु वंदन बारम्बार,

दयालु वंदन बारम्बार ॥


सारे जग के तुम हो स्वामी,

सारे जग के तुम हो स्वामी,

हे जगपालक अंतर्यामी,

हे जगपालक अंतर्यामी,

सियाराम का ध्यान धरे तू,

सियाराम का ध्यान धरे तू,

गिरिजा के भरतार,

दयालु वंदन बारम्बार,

दयालु वंदन बारम्बार ॥


‘हर्ष’ कहूँ क्या तेरी माया,

‘हर्ष’ कहूँ क्या तेरी माया,

तूने ये ब्रम्हांड रचाया,

तूने ये ब्रम्हांड रचाया,

तेरे नाम से हम दीनो का,

तेरे नाम से हम दीनो का,

चलता है संसार,

दयालु वंदन बारम्बार,

दयालु वंदन बारम्बार ॥


हे शिव शम्भू करुणा सिंधु,

जग के पालनहार,

दयालु वंदन बारम्बार,

दयालु वंदन बारम्बार ॥

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शिव शम्भू सा निराला, कोई देवता नहीं है (Shiv Shambhu Sa Nirala Koi Devta Nahi Hai)

शिव शम्भू सा निराला,
कोई देवता नहीं है,

मौनी अमावस्या के विशेष उपाय

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। यह दिन हमारे पूर्वजों यानी पितरों को समर्पित होता है। इस दिन पितरों का तर्पण करना, पवित्र नदियों में स्नान करना और दान करना बहुत पुण्यदायी माना जाता है। वर्ष 2025 में मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार को पड़ रही है।

प्रभु श्रीराम की पूजा कैसे करें?

प्रभु श्रीराम हिंदू धर्म के आदर्श पुरुष और भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। उन्हें रामचन्द्र, रघुकुलनायक, और मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में भी पूजा जाता है।

जिसने मरना सीखा लिया है (Jisane Marana Seekh Liya Hai)

जिसने मरना सीखा लिया है,
जीने का अधिकार उसी को ।

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