भोले भोले रट ले जोगनी (Bhole Bhole Rat Le Jogani)

भोले भोले रट ले जोगनी,

शिव ही बेड़ा पार करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


उसकी मुक्ति कभी ना होगी,

जो शिव का ना ध्यान धरे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


किया भस्म जब भस्मासुर को,

जो बल पे अभिमान करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


कामदेव करे भंग तपस्या,

उसे जला के राख करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


काल भी उसका कुछ ना करता,

जो शिव जी का नाम जपे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


भोले भोले रट ले जोगनी,

शिव ही बेड़ा पार करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


........................................................................................................
भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं (Bhole Ke Kawadiya Masat Bade Matwale Hain)

चली कांवड़ियों की टोली,
सब भोले के हमजोली,

इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना(Itni Kirpa Sanware Banaye Rakhna)

इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना
मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

चैत्र मासिक शिवरात्रि कब है

प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा को समर्पित है। इस दिन व्रत और पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।

बरसाने की लट्ठमार होली

बरसाने में हर साल लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल 2025 में यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ राधारानी से भेंट करने के लिए बरसाना गए, और वहां जाकर राधारानी और उनकी सखियों को छेड़ने लगे।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने