हुई गलियों में जय जयकार (Hui Galiyon Mein Jai Jaikaar)

हुई गलियों में जय जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार ॥


नाची मन में उमंग,

भरा खुशियों ने रंग,

नाची मन में उमंग,

भरा खुशियों ने रंग,

गूंजी गणपति तेरी जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार,

हुई गलियों में जय जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार ॥


ऊँचा आसान सजाएं,

तुम्हे घर में बिठाएं,

ऊँचा आसान सजाएं,

तुम्हे घर में बिठाएं,

तेरे चरणों में है संसार,

आया गणपति तेरा त्यौहार,

हुई गलियों में जय जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार ॥


शिव फुले ना समाये,

गौरा वारि वारि जाए,

शिव फुले ना समाये,

गौरा वारि वारि जाए,

आए जग के पालनहार,

आया गणपति तेरा त्यौहार,

हुई गलियो में जय जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार ॥


शंख अंकुश लिए आए,

कमल पाश लिए आए,

शंख अंकुश लिए आए,

कमल पाश लिए आए,

आये मूषक पे होके सवार,

आया गणपति तेरा त्यौहार,

हुई गलियो में जय जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार ॥


मनसा पूरी करो,

सबकी झोली भरो,

मनसा पूरी करो,

सबकी झोली भरो,

सारे जग के तुम करतार,

आया गणपति तेरा त्यौहार,

हुई गलियों में जय जयकार,

आया गणपति तेरा त्यौहार ॥


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जो भजे हरि को सदा (Jo Bhaje Hari Ko Sada)

जो भजे हरि को सदा,
जो भजे हरि को सदा,

कार्तिगाई दीपम उत्सव से जुड़ी पौराणिक कथा

कार्तिगाई दीपम उत्सव दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भगवान कार्तिकेय और शिव को समर्पित है। यह उत्सव तमिल माह कार्तिगाई की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को आयोजित होता है।

श्याम संग प्रीत - भजन (Shyama Sang Preet)

दूर से आया बाबा धाम तेरे खाटू
दूर से आया बाबा धाम तेरे खाटू

मां के दिल जैसा दुनिया में कोई दिल नहीं

दिल दिल दिल दिल दिल..माँ का दिल
दिल दिल दिल..माँ का दिल दिल दिल

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