ओ शंकरा मेरे शिव शंकरा (O Shankara Mere Shiv Shankara)

ओ शंकरा मेरे शिव शंकरा,

बालक मैं तू पिता है,

तुझसे कुछ नही छिपा है,

शंकरा भोलेनाथ भोलेनाथ,

ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,

बालक मैं तू पिता है ॥


अंग विभूति गले रुंड माला,

शमशानों का वासी बड़ा दयाला,

गंगा किनारे डेरा ओ लागे,

नन्दी संग तेरे भैरव साजे,

ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,

बालक मैं तू पिता है ॥


शरण तुम्हारे जो भी आता,

खाली हाथ कभी ना जाता,

कृपा करो दया करो,

हे शिव शंकर हे अभ्यंकर,

ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,

बालक मैं तू पिता है ॥


ओ शंकरा मेरे शिव शंकरा,

बालक मैं तू पिता है,

तुझसे कुछ नही छिपा है,

शंकरा भोलेनाथ भोलेनाथ,

ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,

बालक मैं तू पिता है ॥

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Bhole Baba Ke Bhajan: आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे

आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥

नंगे नंगे पाँव चल आ गया री(Nange Nange Paon Chal Aagaya Ri)

नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

बाबा का दरबार सुहाना लगता है (Baba Ka Darbar Suhana Lagta Hai)

बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥

कब है बसंत पंचमी 2025?

माघ शुक्ल की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का उत्सव मनाया जाता है। सनातन धर्म के लोगों के लिए ये दिन बहुत खास होता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती प्रकट हुई थीं। इसलिए इस दिन माता सरस्वती की पूजा की जाती है।

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