शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है (Sharan Mein Hum Tumhare Aa Pade Hai)

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,

ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


भगत के दिल को यूँ ना तोड़ देना

निराशा कर प्रभु ना छोड़ देना,

बहुत ही गम के मारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


हमें भी अपनी सेवा में लगा लो,

चरण का अपने सेवक तुम बना लो,

जगत से बेसहारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


फसी है नाव ‘शर्मा’ की निकालो,

सहारा देके ‘लक्खा’ को बचा लो,

लो झोली को पसारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,

ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


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कालाष्टमी व्रत के उपाय

माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होती है। इस महीने पड़ने वाली कालाष्टमी पर्व का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा होती है।

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गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, पूजा विधि

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