जय हों तेरी गणराज गजानन (Jai Ho Teri Ganraj Gajanan)

जय हो तेरी गणराज गजानन ॥


दोहा – प्रथमें गौरा जी को वंदना,

द्वितीये आदि गणेश,

तृतीये सिमरा माँ शारदा,

मेरे काटो सकल कलेश ॥


जय हो तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज,

प्रथम पूज्य तुम देव हो देवा,

देवो के महाराज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥


सारी दुनिया में तुमसा,

ना दूजा कोई,

जो भी आशा करे,

पूरी तुमसे हुई,

मंगलकर्ता विघ्नहरैया,

पूरण करते काज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥


मांगे दर से तुम्हारे,

तो सब कुछ मिले,

सबका आँगन,

खुशी से है फुले फले,

तीनो लोक के स्वामी हो तुम,

देवो के सरताज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥


जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज,

प्रथम पूज्य तुम देव हो देवा,

देवो के महाराज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥

........................................................................................................
तन रंगा मेरा मन रंगा (Tan Ranga Mera Mann Ranga)

तन रंगा मेरा मन रंगा,
इस रंग में अंग अंग रंगा,

श्री रुद्राष्टकम् मंत्र (Sri Rudrashtakam Mantra)

॥ श्रीरुद्राष्टकम् ॥
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं
चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ॥ १॥ ॥ Shrirudrashtakam ॥
namaamishmishan nirvanarupam
vibhum vyapakam bramvedasvarupam .
nijam nirgunam nirvikalpam niriham
chidakashamakashavasam bhaje̕ham . 1.

कैसी लीला रचाई जी हनुमत बालाजी: भजन (Kaisi Leela Rachai Ji Hanumat Balaji)

कैसी लीला रचाई जी,
के हनुमत बालाजी,

राजा राम जी की आरती उतारू रे सखी (Sita Ram Ji Ke Aarti Utaru Ae Sakhi)

सीता राम जी के आरती उतारूँ ए सखी
केकरा के राम बबुआ केकरा के लछुमन

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने