जय हों तेरी गणराज गजानन (Jai Ho Teri Ganraj Gajanan)

जय हो तेरी गणराज गजानन ॥


दोहा – प्रथमें गौरा जी को वंदना,

द्वितीये आदि गणेश,

तृतीये सिमरा माँ शारदा,

मेरे काटो सकल कलेश ॥


जय हो तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज,

प्रथम पूज्य तुम देव हो देवा,

देवो के महाराज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥


सारी दुनिया में तुमसा,

ना दूजा कोई,

जो भी आशा करे,

पूरी तुमसे हुई,

मंगलकर्ता विघ्नहरैया,

पूरण करते काज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥


मांगे दर से तुम्हारे,

तो सब कुछ मिले,

सबका आँगन,

खुशी से है फुले फले,

तीनो लोक के स्वामी हो तुम,

देवो के सरताज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥


जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज,

प्रथम पूज्य तुम देव हो देवा,

देवो के महाराज,

जय हों तेरी गणराज गजानन,

जय हो तेरी गणराज ॥

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बंसी वाले तेरी बांसुरी कमाल कर गयी (Banshi Wale Teri Bansuri Kamal Kar Gayi)

बंसी वाले तेरी बांसुरी कमाल कर गयी,
कमाल कर गई जी कमाल कर गई,

ऐसी सुबह ना आए, आए ना ऐसी शाम (Aisi Suwah Na Aye, Aye Na Aisi Sham)

शिव है शक्ति, शिव है भक्ति, शिव है मुक्ति धाम।
शिव है ब्रह्मा, शिव है विष्णु, शिव है मेरा राम॥

दीवाली से पहले खरीदारी का श्रेष्ठ मुहूर्त

24 अक्टूबर को खरीदारी के लिए दुर्लभ संयोग बन रहा है। इसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।

नामवली: रामायण मनका 108(Namavali: Ramayan Manka 108)

रघुपति राघव राजाराम ।
पतितपावन सीताराम ॥

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