जैसे तुम सीता के राम (Jaise Tum Sita Ke Ram)

जैसे तुम सीता के राम

जैसे लक्ष्मण के सम्मान

जैसे हनुमत के भगवान

वैसे ही हे राम! मम पूजा स्वीकार करो

जैसे तुम सीता के राम


जैसे तुम ताड़िका संहारी

जैसे शूर्पणखा को तारे

जैसे पीड़ा सबरी हारी

जैसे वानर मित्र बनाये

जैसे नाविक ह्रदये लगाए

वैसे बजरंग मन ही बसाये

वैसे ही मेरे नाथ दास का

वंदन अंगीकार करो

मम पूजा स्वीकार करो

जैसे तुम सीता के राम


जैसे सहज जटायू तारा

जैसे ऋषिमुनि दुःख को हारा

जैसे भरत रहा है प्यारा

जैसे भक्तो के रखवारे

जैसे दुखियो के दुःख हारे

वैसे संतो के हो प्यारे

वैसे ही हे राम! आसरा माया से उद्धार करो

मम पूजा स्वीकार करो

जैसे तुम सीता के राम


जैसे तुम सीता के राम

जैसे लक्ष्मण के सम्मान

जैसे हनुमत के भगवान

वैसे ही हे राम! मम पूजा स्वीकार करो

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उनके हाथों में लग जाए ताला (Unke Hato Me Lag Jaye Tala)

उनके हाथों में लग जाए ताला, अलीगढ़ वाला।
सवा मन वाला, जो मैय्या जी की ताली न बजाए।

माँ का नाम जपे जा हर पल(Maa Ka Naam Jape Ja Har Pal)

माँ का नाम जपे जा हर पल,
लागे ना कोई मोल रे,

चंपा षष्ठी मानने के पीछे की वजह

भारत में त्योहारों का विशेष महत्व है। यहां हर दिन किसी न किसी क्षेत्र में कोई पर्व या त्योहार मनाया जाता है। इनमें से कुछ त्योहार न केवल देश में बल्कि विदेशों तक भी प्रचलित होते हैं।

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