जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री (Janme Avadh Me Ram Mangal Gao Ri)

जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री

जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री


कौशल्या रानी को सब दो बधाई

आई रे आई घडी शुभ ये आई

मिलके चलो रघु धाम

संग मेरे आओ री

मिलके चलो रघु धाम

संग मेरे आओ री


जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री


राम लला के दर्शन करलो

पग पंकज पे माथा धरलो

पावन है इनका नाम

पल पल ध्याओ री

पावन है इनका नाम

पल पल ध्याओ री


जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री


दशरथ के अंगना बजी शहनाई

दुल्हन के जैसी अयोध्या सजाई

खुशियों की है ये शाम

दीप जलाओ री

खुशियों की है ये शाम

दीप जलाओ री


जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री

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षटतिला एकादशी पूजा विधि

हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल ये व्रत 25 जनवरी, 2025 को रखा जाएगा । इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

वट सावित्री पूर्णिमा पूजन विधि (Vat Savitri Purnima Pooja Vidhi)

ज्येष्ठमास की पूर्णिमा को किया जाने वाला व्रत

शंकर चौड़ा रे (Shankar Chaura Re)

शंकर चौड़ा रे, महामाई कर रही सोलह रे।
सिंगार माई कर रही, सोलह रे

पार्वती तेरा भोला, जगत में (Parvati Tera Bhola Jagat Me Sabse Nirala Hai)

पार्वती तेरा भोला,
जगत में सबसे निराला है ।

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