जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री (Janme Avadh Me Ram Mangal Gao Ri)

जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री

जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री


कौशल्या रानी को सब दो बधाई

आई रे आई घडी शुभ ये आई

मिलके चलो रघु धाम

संग मेरे आओ री

मिलके चलो रघु धाम

संग मेरे आओ री


जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री


राम लला के दर्शन करलो

पग पंकज पे माथा धरलो

पावन है इनका नाम

पल पल ध्याओ री

पावन है इनका नाम

पल पल ध्याओ री


जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री


दशरथ के अंगना बजी शहनाई

दुल्हन के जैसी अयोध्या सजाई

खुशियों की है ये शाम

दीप जलाओ री

खुशियों की है ये शाम

दीप जलाओ री


जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री

दो सबको ये पैगाम घर घर जाओ री

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झंडा बजरंग बली का (Jhanda Bajrangbali Ka)

लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का,

नटराज स्तुति पाठ

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस व्रत को रखने से घर में खुशहाली आती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

संगीत प्रारंभ पूजा विधि

भारतीय परंपरा में संगीत को आध्यात्मिक और मानसिक उन्नति का साधन माना जाता है। इसलिए जब कोई व्यक्ति संगीत सीखने की शुरुआत करता है, तब वो एक संगीत प्रारंभ पूजा करता है।

म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश(Mhane Jambhoji Diyo Upadesh)

म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥

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