Jis Bhajan Mein Ram Ka Nam Na Ho (जिस भजन में राम का नाम ना हो)

जिस भजन में राम का नाम ना हो,

उस भजन को गाना ना चाहिए ॥


चाहे बेटा कितना प्यारा हो,

उसे सिर पे चढ़ाना ना चाहिए,

चाहे बेटी कितनी लाडली हो,

घर घर ने घुमाना ना चाहिए,

जिस भजन में राम का नाम न हों,

उस भजन को गाना ना चाहिए ॥


जिस माँ ने हम को जनम दिया,

दिल उसका दुखाना ना चाहिए,

जिस पिता ने हम को पाला है,

उसे कभी रुलाना ना चाहिए,

जिस भजन में राम का नाम न हों,

उस भजन को गाना ना चाहिए ॥


चाहे पत्नी कितनी प्यारी हो,

उसे भेद बताना ना चाहिए,

चाहे मैया कितनी बैरी हो,

उसे राज़ छुपाना ना चाहिए,

जिस भजन में राम का नाम न हों,

उस भजन को गाना ना चाहिए ॥


जिस भजन में राम का नाम ना हो,

उस भजन को गाना ना चाहिए ॥

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होलिका दहन शुभ समय और भद्रा का साया

होली फेस्टिवल होलिका दहन के एक दिन बाद मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इसका विशेष अर्थ है। बता दें कि होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और कई लोग होलिका दहन को छोटी होली के नाम से भी जानते है।

करवा चौथ व्रत कथा

सुहागिन महिलाओं और अविवाहित लड़कियों के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण है। यह व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।

श्री रामायण जी की आरती (Shri Ramayan Ji Ki Aarti)

आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

श्री गंगा चालीसा (Shri Ganga Chalisa)

जय जय जय जग पावनी, जयति देवसरि गंग ।
जय शिव जटा निवासिनी, अनुपम तुंग तरंग ॥

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