जिस घर में मैया का, सुमिरन होता(Jis Ghar Mein Maiya Ka Sumiran Hota)

जिस घर में मैया का,

सुमिरन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता,

माँ का पावन नाम बड़ा,

मन भावन होता,

जिस घर में मईया का,

सुमिरन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता ॥


जिसको माँ की दया मिले,

उसकी तो चांदी चांदी है,

अपने भक्त के घर में माँ ने,

सुख की झड़ी लगा दी है,

ख़ुशियों से भर पूर आंगन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता ॥


जोत नूरानी मैय्या की,

सारे ही कष्ट मिटाती है,

ममता की शीतल छैया में,

मन बगिया खिल जाती है,

मोर बनके नाच रहा तन मन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता ॥


सारे जग को पालती ये,

अम्बे मात भवानी है,

आठों पहर चरण सेवा में,

रहता ये ‘चोखानी’ है,

बड़ भागी वो जिसे दर्शन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता ॥


जिस घर में मैया का,

सुमिरन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता,

माँ का पावन नाम बड़ा,

मन भावन होता,

जिस घर में मईया का,

सुमिरन होता,

उस घर में हर पल,

आनंद होता ॥

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नैनन में श्याम समाए गयो(Nainan Me Shyam Samay Gayo)

नैनन में श्याम समाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ।

यशोमती नन्दन बृजबर नागर (Yashomati Nandan Brijwar Nagar)

यशोमती नन्दन बृजबर नागर,
गोकुल रंजन कान्हा,

चंद्रदेव को प्रसन्न करने के उपाय

हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। ख़ासकर, पौष मास की अमावस्या को पितरों को प्रसन्न करने और चंद्रदेव की कृपा प्राप्त करने का उत्तम अवसर माना गया है। इस दिन भगवान सूर्य, चंद्रदेव और श्रीहरि की विधिवत पूजा के साथ पिंडदान और तर्पण का विधान है।

तेरे कितने है मुझपे एहसान, हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम (Tere Kitne Hai Mujhpe Ehsan Har Ghadi Main Japun Tera Naam)

तेरे कितने है मुझपे एहसान,
हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

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