जो राम का नहीं, किसी काम का नहीं (Jo Ram Ka Nahi Kisi Kaam Ki Nahi)

वो नमस्ते दुआ और,

सलाम का नहीं,

जो राम का नहीं,

किसी काम का नहीं ॥


दुनिया के लोग हमें,

कितना भी कोसे,

रहते है मस्त हम,

राम के भरोसे,

डर हमको किसी,

परिणाम का नहीं,

जो राम का नही,

किसी काम का नहीं ॥


राम जी के सेवक तो,

वो ही असल है,

जो राम से ही शीतल,

और राम से सरल है,

लोभ उसे रुतबे और,

नाम का नहीं,

जो राम का नही,

किसी काम का नहीं ॥


छोटी सी बात तुम्हे,

‘सोनू’ बताएं,

जो राम को रिझाए,

वही हनुमत को भाए,

राम के बिना वो,

हनुमान का नहीं,

जो राम का नही,

किसी काम का नहीं ॥


वो नमस्ते दुआ और,

सलाम का नहीं,

जो राम का नहीं,

किसी काम का नहीं ॥

........................................................................................................
बरसाने की लट्ठमार होली

बरसाने में हर साल लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल 2025 में यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ राधारानी से भेंट करने के लिए बरसाना गए, और वहां जाकर राधारानी और उनकी सखियों को छेड़ने लगे।

क्या है श्री राधा के पुनर्जन्म की पौराणिक कहानी, राधाष्टमी पर जानें पूजा विधि समेत सभी मान्यताएं

भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी का प्रेम संसार में प्रसिद्द है। दुनिया भर के मंदिरों में जहां भी श्री कृष्ण विराजमान हैं, वहां राधा रानी भी उनके साथ विराजती है।

बोली गौरी सुनो भोला, बात मेरी ध्यान से सुनलो (Boli Gaura Suno Bhola Baat Meri Dhyan Se Sunlo)

बोली गौरी सुनो भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो,

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए (Kishori Kuch Aisa Intazam Ho Jaye)

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए ।
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए ।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।