मंगल को जन्मे, मंगल ही करते(Mangal Ko Janme Mangal Hi Karte)

मंगल को जन्मे,

मंगल ही करते,

मंगलमय भगवान,

जय हनुमान, जय हनुमान,

जय हनुमान, जय जय हनुमान ॥


मंगल को जन्में,

मंगल ही करते,

मंगलमय भगवान,

जय हनुमान, जय हनुमान,

जय हनुमान, जय जय हनुमान ॥


कोई तुम्हारे अतुलित बल का,

कर ना सका अनुमान,

नहीं तुमसा कोई चतुर कपीश्वर,

नहीं तुमसा बलवान,

जय हनुमान, जय हनुमान,

जय हनुमान, जय जय हनुमान ॥


मंगल को जन्में,

मंगल ही करते,

मंगलमय भगवान,

जय हनुमान, जय हनुमान,

जय हनुमान, जय जय हनुमान ॥


लाल देह लाली लसे,

अरू धरि लाल लँगूर,

बज्र देह दानव दलन,

जय जय जय कपि सूर ॥


मस्तक मणि से दिनमणि लाजे,

अतिशय कुण्डल कानन राजे,

लाल लाल बाना तन साजे,

पूर्ण समर्पित रघुवर काजे,

संकट मोचन देव तुम्हारे,

राजीव लोचन प्राण,

जय हनुमान, जय हनुमान,

जय हनुमान, जय जय हनुमान ॥


मंगल को जन्मे,

मंगल ही करते,

मंगलमय भगवान,

जय हनुमान, जय हनुमान,

जय हनुमान, जय जय हनुमान ॥

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Hey Bhole Baba Hey Bhandari (हे भोले बाबा हे भंडारी)

हे भोले बाबा हे भंडारी,
नाम जपूँ तेरा,

Main Balak Tu Mata Sherawaliye (मैं बालक तू माता शेरां वालिए)

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट यह नाता शेरां वालिए ।
शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,
मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ ॥
॥ मैं बालक तू माता शेरां वालिए...॥

रविवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में रविवार का दिन विशेष रूप से भगवान सूर्यदेव से जुड़ा हुआ है। इसे "रविवार व्रत" या "सूर्य व्रत" के रूप में मनाया जाता है। रविवार को सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि, सम्मान और शक्ति की प्राप्ति होती है।

कुंभ संक्रांति पूजा-विधि और नियम

जिस तरह सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश से मकर संक्रांति मनाई जाती है। उसी तरह जिस दिन सूर्यदेव कुंभ राशि में प्रवेश कर सकते हैं, वह दिन कुंभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

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