कारोबार मेरो बालाजी चलावे (Karobar Mero Balaji Chalave)

कारोबार मेरो बालाजी चलावे,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे,

जिमे कदे भी घाटों आवे ना,

आवे ना,

कारोबार मेरो बालाजी चलावें,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे ॥


मैं तो कीर्तन में रम जाऊँ,

मेरी गद्दी पे बाबो विराजे,

मुझे चिंता फिकर है क्या की,

घोटे वालो है जद म्हारे सागे,

लेणे देणे को हिसाब,

राखे हाथा में ही आप,

मेरी रोकड़ियो रोज मिलावे जी,

मिलावे जी,

कारोबार मेरो बालाजी चलावें,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे ॥


मेरे धंदे में लागत कुछ ना,

पर फिर भी है मुझको सवाई,

मैं बैठ्यो मौज उड़ाउँ,

करूँ राम नाम की कमाई,

मेरो साथी लखदातार,

मेरा भरया रहे भंडार,

मेरी विपदा में आड़ो आवे जी,

आवे जी,

कारोबार मेरो बालाजी चलावें,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे ॥


अन्न धन लक्ष्मी को दाता,

मेरो बाबो सालासर वालो,

मैं ‘हर्ष’ भला क्या सोचूं,

मेरी बगिया को है यो रखवालो,

मेरे बाबा की के बात,

राखे सिर पर मेरे हाथ,

मेरा पग पग पे साथ निभावे जी,

निभावे जी,

कारोबार मेरो बालाजी चलावें,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे ॥


कारोबार मेरो बालाजी चलावे,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे,

जिमे कदे भी घाटों आवे ना,

आवे ना,

कारोबार मेरो बालाजी चलावें,

मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे ॥

........................................................................................................
आमलकी एकादशी पौराणिक कथा

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी के अलावा आंवला एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन आंवले पेड़ की उत्तपति हुई थी।

मुझे तूने मालिक, बहुत कुछ दिया है (Mujhe Tune Malik Bahut Kuch Diya Hai)

मुझे तूने मालिक,
बहुत कुछ दिया है ।

माघ पूर्णिमा में चन्द्रमा पूजन

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का काफी महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि पर लोग व्रत रखते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं।

माघ माह में कब-कब रखा जाएगा प्रदोष व्रत?

सनातन धर्म में माघ महीने को अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह महीना धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। धार्मिक पंचांग के अनुसार, माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन होती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने