माँ तेरे लाल बुलाए आजा(Maa Tere Lal Bulaye Aaja)

माँ तेरे लाल बुलाए आजा,

सुनले भक्तो की सदाए आजा,

माँ तेरे लाल बुलाए आजा,

सुनले भक्तो की सदाए आजा ॥


तेरे बिन माँ कोई हमारा नहीं,

हमें माँ किसी का सहारा नहीं,

माँ तुझ बिन किसी को पुकारा नहीं,

है तेरे सवाली मैया तुझसे ही सवाल है,

तेरे बिन बच्चो का हुआ माँ बुरा हाल है,

माफ़ करदे माँ ख़ताये आजा,

माफ़ करदे माँ ख़ताये आजा,

सुनले बच्चो की सदाए आजा,

माँ तेरे लाल बुलाएं आजा,

सुनले भक्तो की सदाए आजा ॥


है तूफान गम का बचाले हमें,

माँ आँचल में अपने छुपा ले हमे,

तू चरणों से अपने लगा ले हमें,

आजा माँ दीदार दे,

बच्चो को अपना प्यार दे,

भूल हो गई कोई माँ तो,

उसे तू बिसार दे,

भूलें मेरी बिसार दे,

रूठती नहीं मायें आजा,

माँ तेरे लाल बुलाएं आजा,

सुनले भक्तो की सदाए आजा ॥


माँ तेरे लाल बुलाए आजा,

सुनले भक्तो की सदाए आजा,

माँ तेरे लाल बुलाए आजा,

सुनले भक्तो की सदाए आजा ॥

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शिव जी का नाम सुबह शाम, भक्तो रटते रहना (Shiv Ji Ka Naam Subah Shaam Bhakto Ratte Rahana)

शिव जी का नाम सुबह शाम,
भक्तो रटते रहना,

आली री मोहे लागे वृन्दावन नीको ( (Aali Ri Mohe Lage Vrindavan Neeko)

लागे वृन्दावन नीको,
सखी मोहे लागे वृन्दावन नीको।

करवा चौथ व्रत-कथा की कहानी (Karva Chauth Vrat-katha Ki Kahani)

अतीत प्राचीन काल की बात है। एक बार पाण्डु पुत्र अर्जुन तब करने के लिए नीलगिरि पर्वत पर चले गए थे।

बसंत पंचमी पर किस दिशा में करें पूजा

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