महाकाल गंगाधर मेरे (Mahakal Gangadhar Mere)

अब कोई ना सहारा बिन तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे ॥


तूने लाखों पापी तारे है,

नहीं गुण और दोष विचारे है,

मैं भी आन पड़ा दर तेरे,

मैं भी आन पड़ा दर तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे,

अब कोईं न सहारा बिन तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे ॥


विषयो के जाल में फसकर के,

झूठी उल्फत में धंसकर के,

दुःख पाए नाथ घनेरे,

दुःख पाए नाथ घनेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे,

अब कोईं न सहारा बिन तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे ॥


तू दीन बंधू हितकारी है,

हम दुखिया शरण तिहारी है,

हम दीन हिन है तेरे,

हम दीन हिन है तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे,

अब कोईं न सहारा बिन तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे ॥


भक्त तेरी शरण में आया है,

आके चरणों में शीश झुकाया है,

काटो जनम मरण के फेरे,

काटो जनम मरण के फेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे,

अब कोईं न सहारा बिन तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे ॥


अब कोई ना सहारा बिन तेरे,

महाकाल गंगाधर मेरे ॥

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मंगलदेव की पूजा किस विधि से करें?

ज्योतिष शास्त्र में मंगलदेव को युद्ध का देवता कहा जाता है। इनकी पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को ऊर्जा और साहस मिलती है। वहीं अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल उच्च स्थिति मे होते हैं, तो उन्हें मांगलिक कहा जाता है।

हम वन के वासी, नगर जगाने आए (Hum Van Ke Vaasi Nagar Jagane Aaye)

हम वन के वासी,
नगर जगाने आए ॥

जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला (Jahan Ram Ki Charcha Hoti Aata Bajrang Bala)

जहाँ राम की चर्चा होती,
आता बजरंग बाला,

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

हिंदू कैलेंडर के अनुसार होली का त्योहार फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन से पहले होलिका दहन किया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

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