महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना (Mahakal Meri Manzil Ujjain Hai Thikana)

महाकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना,

मैं गुलाम हूँ भोले का,

मेरे साथ है जमाना,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


मेरा क्या बिगाड़ लेगा,

जो खिलाफ है जमाना,

मुझे डर नहीं किसी का,

मैं हूँ भोले का दीवाना,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


पल भर में भोले बाबा,

बिगड़ी को बनाते है,

बिन मांगे भोले बाबा,

वरदान ये देते है,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


महाकाल का दीवाने,

उज्जैन में आते है,

महाकाल के भवन में,

जयकारे लगाते है,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


महाकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना,

मैं गुलाम हूँ भोले का,

मेरे साथ है जमाना,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


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आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प‌द्मा एकादशी (Aashaadh Shukla Paksh Ki Padma Ekaadashi)

युधिष्ठिर ने कहा-हे भगवन् ! आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का क्या नाम और क्या माहात्म्य है और उस दिन किस देवता की पूजा किस विधि से करनी चाहिए? कृपया यह बतलाइये।

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया(Jinka Maiya Ji Ke Charno Se Sabandh Hogaya)

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया
उनके घर में आनंद ही आनंद हो गया ॥

षटतिला एकादशी व्रत उपाय

माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

ललिता जयंती की पूजा विधि

ललिता जयंती का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ललिता माता आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी, जगत जननी मानी जाती हैं।

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