महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना (Mahakal Meri Manzil Ujjain Hai Thikana)

महाकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना,

मैं गुलाम हूँ भोले का,

मेरे साथ है जमाना,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


मेरा क्या बिगाड़ लेगा,

जो खिलाफ है जमाना,

मुझे डर नहीं किसी का,

मैं हूँ भोले का दीवाना,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


पल भर में भोले बाबा,

बिगड़ी को बनाते है,

बिन मांगे भोले बाबा,

वरदान ये देते है,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


महाकाल का दीवाने,

उज्जैन में आते है,

महाकाल के भवन में,

जयकारे लगाते है,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


महाकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना,

मैं गुलाम हूँ भोले का,

मेरे साथ है जमाना,

महांकाल मेरी मंजिल,

उज्जैन है ठिकाना ॥


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राघवजी तुम्हें ऐसा किसने बनाया(Raghav Ji Tumhe Aisa Kisne Banaya)

ऐसा सुंदर स्वभाव कहाँ पाया,
राघवजी तुम्हें ऐसा किसने बनाया ।

कृष्ण जन्माष्टमी स्त्रोत

पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। 3 का जन्म कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था, इसलिए इस दिन को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।

पहिले पहिल हम कईनी

पहिले पहिल हम कईनी,
छठी मईया व्रत तोहर,

घर में पधारो गजानन जी(Ghar Me Padharo Gajanan Ji)

घर में पधारो गजाननजी,
मेरे घर में पधारो

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