मैया बधाईं है बधाईं है (Maiya Badhai Hai Badhai Hai)

मैया बधाई है बधाई है,

बाबा बधाई है बधाई है,

ब्रज में ये कैसी ख़ुशी छाई है,

ब्रज में ये कैसी ख़ुशी छाई है,

मैया बधाईं है बधाईं है,

बाबा बधाई है बधाई है ॥


घर घर में कैसी ख़ुशी छाई है,

श्याम दीवाने गावे बधाई है,

घर घर में कैसी ख़ुशी छाई है,

श्याम दीवाने गावे बधाई है,

मन में है अति ख़ुशी छाई है,

मैया बधाईं है बधाईं है,

बाबा बधाई है बधाई है ॥


भक्तो ने कैसी धूम मचाई है,

द्वारे पे बाजे शहनाई है,

भक्तो ने कैसी धूम मचाई है,

द्वारे पे बाजे शहनाई है,

बाबा ने सम्पती लुटाई है,

मैया ने बधाई बंटवाई है,

मैया बधाईं है बधाईं है,

बाबा बधाई है बधाई है ॥


मैया बधाईं है बधाईं है,

बाबा बधाई है बधाई है,

ब्रज में ये कैसी ख़ुशी छाई है,

ब्रज में ये कैसी ख़ुशी छाई है,

मैया बधाईं है बधाईं है,

बाबा बधाई है बधाई है ॥

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देवा हो देवा गणपति देवा (Deva Ho Deva Ganpati Deva)

गणपति बाप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया

मसान होली की पौराणिक कथा

मसान होली दो दिवसीय त्योहार माना जाता है। मसान होली चिता की राख और गुलाल से खेली जाती है। काशी के मणिकर्णिका घाट पर साधु-संत इकट्ठा होकर शिव भजन गाते हैं और नाच-गाकर जीवन-मरण का जश्न मनाते हैं और साथ ही श्मशान की राख को एक-दूसरे पर मलते हैं और हवा में उड़ाते हैं। इस दौरान पूरी काशी शिवमय हो जाती है और हर तरफ हर-हर महादेव का नाद सुनाई देता है।

छठ पूजा: पहिले पहिल, छठी मईया व्रत तोहार (Chhath Puja: Pahile Pahil Chhathi Maiya)

पहिले पहिल हम कईनी,
छठी मईया व्रत तोहार ।

मेरो छोटो सो लड्डू गोपाल सखी री बड़ो प्यारो है (Mero Choto So Laddu Gopal Sakhi Ri Bado Pyaro Hai)

मेरो छोटो सो लड्डू गोपाल,
सखी री बड़ो प्यारो है।

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