मनाओ जी गणेश भक्तो(Manao Ji Ganesh Bhakto)

गौरा माता दी अख दा तारा,

शिव शंकर दा राजदुलारा,

मनाओ जी गणेश भक्तो,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


मत्थे चन्दन तिलक सुहावे,

गल पुष्पा दी माला पावे,

चढ़े पान फूल संग मेवा,

करे संतन रल मिल सेवा,

मनाओ जी गणेश भक्तों,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


सब तो पेहला होंदी पूजा,

गणपति वरगा देव ना दूजा,

काम बिगड़े ऐ सबदे बणोंदा,

झोली जग सारे आदे भरोंदा,

मनाओ जी गणेश भक्तों,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


राजू वि हरिपुरिया बोले,

गावे सलीम ना कदे वि डोले,

आवो पुजले एक मन होके,

ऐ दी चरणी आन खलोके,

मनाओ जी गणेश भक्तों,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


गौरा माता दी अख दा तारा,

शिव शंकर दा राजदुलारा,

मनाओ जी गणेश भक्तो,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥

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रोम रोम में बस हुआ है एक उसी का नाम(Rom Rom Me Basa Hua Hai Ek Usi Ka Naam)

रोम रोम में बसा हुआ है,
एक उसी का नाम,

सकट चौथ यम नियम

सकट चौथ हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस दिन भगवान गणेश के साथ माता पार्वती की पूजा की जाती है।

महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है (Mahakal Ki Gulami Mere Kam Aarhi Hai)

उनकी ही कृपा से
एकदम मस्त जिंदगी है

जब जब भी तेरा प्रेमी आंसू कहीं बहाए(Jab Jab Bhi Tera Premi Aansu Kahin Bahaye)

जब जब भी तेरा प्रेमी,
आंसू कहीं बहाए,

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